INDO e-Green Watch , ASIA
परियोजना के घटक
पंजीकृत प्रात्र को 30 वृक्षो की एक युनीट के लिये प्रतिमाह 300 रु.से 1000 रु.तक 3 वर्ष वर्ष तक मिलते रहेंगे। किसी कारण से मृत अवस्था होने पर प्रती माह मिलने वाली राशी से रु.18 प्रति पौधा जिसमें सभी लागत शामिल है काट लि जाऐगी।पंजीकृत प्रात्र को प्रथम माह बिज या पौध कि खरीद के लिये 100 रु.प्रती युनीट दिये जाऐगें उसके बाद माह के अन्त शिशु अवस्था के 3 माह तक की देखभाल करने पर प्रथम 6 माह 300 रु.प्रती युनीट उसके बाद हर माह उसे 1000 रु.प्रती युनीट 3 वर्ष तक मिलेगें, जिसमें सभी लागत शामिल हैए जैसे पौधे का मूल्य ढुलाई अग्रिम कार्य रोपण मृदा एवं नमी संरक्षण मृत पौधा का पुनरू स्थापन पुनर्स्थापन सुरक्षा जागरूकता एवं ऊपरी व्यय |
अवनत सरकारी (वन भूमि सहित) अथवा निजी भूमि,खाली की गयी खदानें, औध्योगिक कचरों से प्रभावित भूमि, सामुदायिक भूमि, सड़क के किनारे की भूमि, नहर, बैंक और रेलवे की भूमि, संस्थागत भूमि आदि को वृक्षारोपण के लिए लिया जा सकता है | ऐसे क्षेत्र जो विकास खण्डों के बहुत समीप हों, उन्हें वृक्षारोपण के लिए वरीयता दी जायेगी |उसके साथ जलाशय का भी निर्माण कराया जायेगा | हाइटेक/सैटेलाइट पौधशालाओं की स्थापना सार्वजनिक, व्यक्तिगत या निजी भूमि पर की जा सकती है |
आपको उच्च तकनीक / सैटेलाइट वृक्षारोपण के लिये आपको मोबाईल में आई जी डब्ल्यु की ऐक ऐप को डाउनलोड करना होगा जो आपको क्षैत्रीय वन मित्र या आपको प्रोतसाहन करने वाले पंजीकृत प्रात्र से मिल जाऐगी । जिससे हम प्रजातियों ;प्रकार एवं मात्राद्ध का आंकलन करना तथा भूमि की उपलब्धता दर्शाते मानचित्र का आंकलन सत्यापन तथा निगरानी कर सकते है ।
ऐप का उपयोग और वृक्षारोपण के संबध में जानकारी के लिये आपको 1 दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान किया जाऐगा जो आपके निकटतम कृर्षि विज्ञान केन्द्र पर आयोजीत होगी। वृक्ष प्रोत्साहन योजना मे जुड़कर आप अन्य 10 लोगो के प्रोत्साहित कर अगर इस योजना में उन्हे तैयार करते है तो आपको हर माह प्रती युनीट 1000 अतिरीक्त मिलते रहेगें एक वर्ष तक इसके लिये आपको संबधित किसान या युवा को योजना को समझाकर उसे अपने स्पांसर आई डी से जुड़ाने पर आपको यह लाभ प्राप्त होगा ।
इस ऐप के उपयोग कर आप हमें उस पौधे की प्रथम जन्म दिवस से प्रतीदिन या साप्ताहिक लगातार 3 वर्ष तक उसकी तस्वीर अपने मोबाईल से लेकर भेजते रहेंगें। हर माह उसकी सत्यापन कर आपको प्रोत्साहन राशी आपके खाते में समायोजीत कि जाऐगी। इसके अलावा राज्य के वन विभाग द्वारा योजना को सुचारू रूप से चलाते रहने के लिए सभी प्रकार के कार्यों जैसे.पौधशालाओं की तैयारी वृक्षारोपण कार्यए जिसकी जिम्मेदारी क्रियान्वयन एजेंसे को दी गयी हैए उसका भौतिक सत्यापन तथा निगरानी एवं मुल्यांकन की व्यवस्था अगली किश्तों के जारी करते समय विशेषकर दुसरे एवं तीसरे वर्षों में की जायेगीद्य निगरानी एवं सत्यापन के लिए आवश्यक सहायता राज्यों के प्रधान मुख्य वन संरक्षकों को केन्द्रीय वन विकास अभिकरण द्वारा प्रदान की जायेगीद्य देश में चल रही योजना का एक साथ मुल्यांकन राष्ट्रीय वनीकरण एवं पारिस्थितिकी विकास परिषद द्वारा किसी स्वतन्त्र एजेंसे के माध्यम से कराया जायेगा ।
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